नीमच। महेंद्र उपाध्याय।बेटियों के सम्मान और उनके जन्म को सच्चे मायनों में उत्सव की तरह मनाने का उदाहरण पेश किया जेएसजी उड़ान संगिनी नीमच ग्रुप ने। ग्वालटोली बरुखेड़ा मार्ग स्थित आंगनवाड़ी केंद्र में आयोजित एक प्रेरणादायक कार्यक्रम में इस समूह ने 8 नवजात बेटियों और उनकी माताओं का विशेष रूप से सम्मान किया।कार्यक्रम के दौरान माताओं का पारंपरिक स्वागत किया गया—तिलक कर, माला पहनाकर एवं पुष्प अर्पित कर उनका अभिनंदन किया गया। उन्हें साड़ी, मेंहदी, बिंदी, नेल पेंट और श्रृंगार सामग्री भेंट की गई, साथ ही पौष्टिक आहार की किट प्रदान कर मातृत्व की सुरक्षा और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा गया।सिर्फ इतना ही नहीं, गाडोलिया बस्ती की अन्य महिलाओं और बच्चियों को 12 बेबी किट और खिलौने भेंट किए गए, जिससे पूरे माहौल में खुशी की लहर दौड़ गई। कार्यक्रम की शुरुआत श्रीमती माया वीरवाल द्वारा नवकार मंत्र के साथ की गई, जिसने इस आयोजन को आध्यात्मिक ऊर्जा से भी जोड़ दिया।जेएसजी उड़ान संगिनी ग्रुप की कन्वीनर श्रीमती कीर्ति मोड़ी ने कहा कि “बेटियां दो जहां को रोशन करती हैं, वे समाज को नई दिशा देती हैं। हमें उन्हें समान अवसर देने होंगे, यही सच्चा सम्मान है।”इस आयोजन में ग्रुप की अध्यक्ष भावना कांठेड़, सचिव विनिता कांठेड़, कोषाध्यक्ष लाड़ बोड़ावत, सह-सचिव मीना नलवाया, सह-कोषाध्यक्ष हर्षिता मोगरा और कार्यकारिणी सदस्य माया वीरवाल की सक्रिय भूमिका रही। समापन पर आभार विनिता कांठेड़ द्वारा व्यक्त किया गया।इस कार्यक्रम के माध्यम से जेएसजी उड़ान ने उन संगठनों को एक स्पष्ट संदेश दिया है, जो केवल नाम और प्रचार के लिए जिला अस्पतालों में जाकर बेटियों का दिखावटी सम्मान करते हैं। वास्तविक सेवा वहीं होती है जहाँ ज़रूरत है—गरीब बस्तियों और आंगनवाड़ियों में।यह आयोजन दिखावे की संस्कृति को चुनौती देता है और बताता है कि सच्ची सेवा तड़क-भड़क या मंच नहीं, बल्कि संवेदना और समर्पण से होती है।