नीमच।महेंद्र उपाध्याय। ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को साकार करते हुए रेडक्रॉस द्वारा संचालित “किलकारी” आश्रयगृह के बच्चों ने रक्षाबंधन पर एक प्रेरणादायक पहल की। 6 से 18 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों ने पूरी तरह स्वदेशी सामग्री से आकर्षक राखियों का निर्माण किया। महिला एवं बाल विकास विभाग और रेडक्रॉस के सहयोग से इन बच्चों को पीजी कॉलेज की छात्रा अंजली पाठोंदिया द्वारा प्रशिक्षण मिला। एक बार प्रशिक्षण के बाद बच्चों ने रचनात्मकता और मेहनत से रातभर जागकर सुंदर राखियां तैयार कीं, जिनकी कीमत 15 से 35 रुपये रखी गई।इन राखियों की बिक्री के लिए 5 अगस्त को कलेक्ट्रेट परिसर में विशेष स्टॉल लगाया गया, जहां अधिकारियों और कर्मचारियों ने उत्साह से खरीदारी की। कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने स्टॉल का अवलोकन कर बच्चों द्वारा बनाई गई राखी को सराहा और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह पहल आत्मनिर्भरता और स्वदेशीता की दिशा में एक सशक्त कदम है। “किलकारी” के बच्चों की यह पहल न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने वाली है, बल्कि समाज के लिए भी प्रेरणास्रोत है।