नीमच।महेन्द्र उपाध्याय।ग्राम पंचायत जाट में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (वाटरशेड योजना) के अंतर्गत किए जा रहे निर्माण कार्यों में भारी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। सरपंच लालू राम भील, वाटरशेड समिति सचिव संदीप राठौर और इंजीनियर प्रशांत गुप्ता पर योजनाओं के तहत स्वीकृत कार्यों में लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।ग्राम पंचायत जाट में स्थित गुंजालि नदी पर शासन द्वारा स्वीकृत डेम का कार्य क्रमांक 825/ईई दिनांक 16/01/2023 को स्वीकृत हुआ था। इस कार्य को शुरू हुए ढाई वर्ष से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक डेम का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। जो भी निर्माण कार्य हुआ है, उसमें घटिया मटेरियल के उपयोग की बात सामने आई है। ग्रामीणों द्वारा जब इस संबंध में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की गई, तो वाटरशेड इंजीनियर प्रशांत गुप्ता द्वारा उच्च अधिकारियों को गुमराह करते हुए शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने की कोशिश की गई।इसी योजना के तहत ग्राम पंचायत जाट में लालपुरा तालाब के पास 16 लाख रुपए की लागत से एक तालाब निर्माण का कार्य स्वीकृत हुआ था।इस कार्य को भी दो वर्ष से अधिक हो चुके हैं, परंतु यह कार्य अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। तालाब का निर्माण स्थल अधूरा पड़ा है और वहां पर कोई सक्रिय कार्य नहीं हो रहा है। इससे जल संरक्षण और सिंचाई सुविधा की योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।इसके अतिरिक्त पंचायत भवन और सेग्रीगेशन कार्यों की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है। इन कार्यों को शुरू हुए तीन वर्ष हो गए हैं, लेकिन आज तक इनका छत स्तर तक नहीं बन पाया है।इससे पंचायत की कार्यप्रणाली और विकास योजनाएं बाधित हो रही हैं।ग्रामवासियों का कहना है कि भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण गांव का विकास रुका हुआ है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर संबंधित अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए,ताकि विकास योजनाओं का सही लाभ जनता तक पहुंच सके।
इस मामले में जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव ने जाच के बाद दोशियो पर कार्यवाही का आश्वाशन दिया है अमन वेशवन ने कहा कि ग्राम पंचायत जाट में वाटरशेड योजना डेम और तालाब निर्माण का मामला संज्ञान में आया है जिसमे जाँच कर दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही कि जाएगी।