नीमच।महेन्द्र उपाध्याय।नगर परिषद मनासा द्वारा रानी लक्ष्मीबाई मार्ग पर निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स की दुकानों की नीलामी को लेकर भारी विवाद खड़ा हो रहा है। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र श्याम सोनी, कांग्रेस पार्षद सत्यनारायण लक्ष्यकर और बाबूलाल कुशवाहा ने इस मामले में जिला कलेक्टर को लिखित शिकायत सौंपी है।सागर मंथन शिकायत में आरोप लगाया गया है कि नगर परिषद ने कुल 12 दुकानों में से सिर्फ 4 दुकानों की ऑनलाइन नीलामी की प्रक्रिया बिना किसी आरक्षण व्यवस्था के शुरू की है,जो पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है।शिकायतकर्ताओं का कहना है कि यह नीलामी मध्यप्रदेश नगर पालिका (चल-अचल संपत्ति अंतरण) नियम 1916 के विपरीत है। नियमों के अनुसार नीलामी प्रक्रिया में पारदर्शिता, आरक्षण व्यवस्था तथा नगर परिषद की बैठक में प्रस्ताव पारित होना आवश्यक है, लेकिन इन सभी प्रक्रियाओं को दरकिनार कर मनमानी ढंग से नीलामी की जा रही है।सवाल यह भी उठ रहे हैं कि जब कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य अभी प्रथम मंजिल तक 50% ही पूर्ण हुआ है, तब अधूरी दुकानों में से केवल 4 दुकानों की नीलामी क्यों की जा रही है? शेष 8 दुकानों के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। इससे नगर में चर्चाओं का माहौल गर्म है कि क्या यह पूरा मामला ‘सेटिंग’ और ‘भ्रष्टाचार’ का हिस्सा है।कांग्रेस नेताओं ने मांग की है कि इस संपूर्ण नीलामी प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और नीलामी से पहले नगर परिषद की बैठक में विधिवत प्रस्ताव पारित किया जाए। साथ ही नियमानुसार आरक्षण लागू कर सभी दुकानों की नीलामी पारदर्शी तरीके से की जाए, ताकि नगर की जनता का प्रशासन पर विश्वास बना रहे।शिकायत में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यदि प्रशासन द्वारा इस मामले में शीघ्र संज्ञान नहीं लिया गया, तो कांग्रेस जन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। नगर परिषद की अध्यक्ष पर भी इस पूरे प्रकरण में सवाल उठ रहे हैं और भ्रष्टाचार की बू महसूस की जा रही है।नगर की जनता भी इस मुद्दे पर स्पष्टता चाहती है कि आखिर आधे-अधूरे निर्माण में इतनी जल्दबाज़ी क्यों? अब देखना होगा कि प्रशासन इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करता है।