नीमच।महेन्द्र उपाध्याय।देश के कई बड़े शहरों में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। कुछ स्थानों से कोविड के कारण मरीजों की मौत की खबरें भी सामने आ रही हैं। इसी संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर रविवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।इसी क्रम में नीमच जिला चिकित्सालय में भी सजगता दिखाते हुए विशेष कोविड वार्ड की स्थापना की गई है। जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा सागर मंथन को जानकारी दी गई कि कोविड से निपटने की तैयारियों के तहत रविवार सुबह 11:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक चार घंटे की ऑक्सीजन मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस दौरान अस्पताल परिसर में लगे सभी ऑक्सीजन प्लांट और संबंधित उपकरणों की कार्यप्रणाली की गहन जांच की गई।जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. महेंद्र पाटील ने सागर मंथन को बताया कि दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार नीमच में 12 बेड का ऑक्सीजन युक्त कोविड वार्ड स्थापित किया गया है। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान अस्पताल में मौजूद ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम, बैकअप सिलेंडर, वेंटिलेटर, बीआईपीएपी मशीन, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर समेत सभी उपकरणों का परीक्षण किया गया।डॉ. पाटील ने आगे कहा कि अस्पताल के सभी ऑक्सीजन प्लांट वर्तमान में पूरी तरह से चालू स्थिति में हैं और कोविड से निपटने के लिए अस्पताल पूरी तरह से तैयार है। स्टाफ को भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत और प्रभावी प्रतिक्रिया दी जा सके।कोरोना की संभावित तीसरी लहर या किसी भी नई लहर के खतरे को देखते हुए यह मॉक ड्रिल अत्यंत आवश्यक और समयोचित मानी जा रही है। नीमच जिला अस्पताल द्वारा की गई यह तैयारी स्थानीय नागरिकों के लिए आश्वस्त करने वाली है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा भविष्य में भी समय-समय पर ऐसी मॉक ड्रिल की योजना बनाई जा रही है ताकि स्वास्थ्य सेवाएं हर परिस्थिति में तत्पर बनी रहें।