नीमच।महेन्द्र उपाध्याय।किसी न किसी मामले को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहने वाला जिला अस्पताल अब अपनी बेहतर सुविधाओ व उपचार को लेकर सुर्खियों में आ रहा है मेडिकल कालेज व चिकित्सको की सौगात मिलने के बाद यहां एक के बाद एक गंभीर मामलों से पीड़ित मरीजो के बेहतर उपचार मिलने के समाचार निकल कर आ रहे है ऐसा ही एक मामला गयरूवार को सामने आया है जहां जहरीले सर्प दंश से पीड़ित युवक की जान बचाने में यहां के चिकिस्तक व नर्सिंग इस्टाफ़ को सफलता मिली है।जिला अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार बीती 19 अगस्त को भगीरथ पिता चौथ मल मीणा उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम घसुंडी जागीर जब अपने घर मे था तभी कच्चे मकान की छत पर चल रहा जहरीला साँप अचानक उसके गले मे आ गिरा और उसे काट लिया,जिसे परिजनों द्वरा मरणासन स्थिती में जिला अस्पताल लाया गया था जहा चिकित्सको ने उसकी जान बचाने हर सम्भव प्रयास किये, बीते 3 दिन बेहोशी की हालत में वेलिनेटर पर रहने के बाद आज गुरुवार को वह होश में आया और उसने बोलना व खाना पीना शुरू किया है।डॉ भानप्रताप अहिरवार ने बताया कि गले पर सांप द्वारा काटे हुए मरीज़ में जल्दी- से जहर के असर फैलने की गुंजाईश होती है।भागिरत को मरणासन स्थिती में साँप के काटने पर लाया गया थाअस्पताल पहुचने पर उसकी स्तिथी नाजुक थी जहर का असर शरीर में फैल चुका था जिसके फल स्वरूप असका BP बहुत कम हो गया और उसकी आँखे भी नहीं खुल रही थी। मरीज़ को न्यूरोटॉक्सिक सांप ने काटा था। जिसके चलते पेशन्ट को जल्दी से जहर का Antidote एंटीडोट दीया गया और BP बढ़ाने की कोशिश की गई।Neurotoxic सॉप के जहर का असर Diaphram से साँस लेने पर होता है। इसिलिए मरीज की सांसे और Saturation भी देख रहे थे।क्यूकी मरीज़ समय से अस्पताल आ गया और जल्दी से सही इलाज और दवा मिल पाई,मरीज़ की हालत में सिर्फ 3 दिनों में सुधार आ गया वरना एसे मरीजो को कई दिनो तक वेल्टीनेटर पर रखना पड़ता है। उक्त कार्य मे डॉकटर डॉ भानप्रताप अहिरवार, असिस्टेंट प्रोफेसर,जनरल मेडिसिन,डॉ विनय वर्मा , सीनियर रेसिडेंट, जनरल मेडिसिन और डॉ राजेश धाकड़ के साथ पूरी नर्सिंग टीम का बेहतर सहयोग रहा है जिसके चलते मरीज की जान बचाई गई है।
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