नीमच। महेंद्र उपाध्याय।केंट थाना क्षेत्र के मुलचंद मार्ग स्थित जायसवाल लॉज के पीछे पांच खोली में रहने वाले एक ही परिवार के चार सदस्यों पर उनके ही भतीजों द्वारा संपत्ति विवाद को लेकर 31 मई को हथोड़े से जानलेवा हमला कर दिया गया था इस दर्दनाक घटना में बबलू पिता प्रेम हरिजन (उम्र 45 वर्ष) की मौत हो गई, जबकि अन्य तीन सदस्य जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। यह हमला न केवल रिश्तों को शर्मसार करने वाला है, बल्कि समाज में बढ़ते पारिवारिक संघर्षों की भयावह तस्वीर भी प्रस्तुत करता है। घटना 31 मई की शाम को हुई जब आयुष पिता सुनील झांझोट (उम्र 19 वर्ष) और रोहित (उम्र 22 वर्ष), निवासी एकता कॉलोनी नीमच, हथौड़े लेकर अपने ही चाचा के घर पहुंचे और उन्होंने वहां मौजूद सभी पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। इस हमले में धनराज पिता दिलीप हरिजन (उम्र 23 वर्ष), गीताबाई पति प्रेम हरिजन (उम्र 68 वर्ष), सपना पति धनराज हरिजन (उम्र 19 वर्ष) और बबलू गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इन सभी को तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया गया था।बबलू की हालत अधिक गंभीर थी और उसे इंदौर में भर्ती किया गया था, लेकिन उपचार के दौरान उसे गत रात्रि ही छुट्टी दे दी गई। सोमवार सुबह 4 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की अतिरिक्त धाराएं जोड़ी जाएंगी।घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नवल सिंह सिसोदिया एवं थाना प्रभारी पुष्पा सिंह चौहान के नेतृत्व में विशेष जांच टीम ने तकनीकी विश्लेषण एवं मुखबिर तंत्र के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें हिरासत में लिया था पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि संपत्ति विवाद के चलते उन्होंने चाचा के परिवार पर हमला किया था।पुलिस ने आयुष और रोहित को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ प्रकरण क्रमांक 298/25, धारा 109 भारतीय न्याय संहिता 2023 के तहत मामला दर्ज किया था अब बबलू की मौत के बाद आरोपियों के विरुद्ध हत्या की धाराएं भी जोड़ी जाएंगी।इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। इस तरह के हिंसक हमले की किसी ने कल्पना नहीं की थी। तीन अन्य घायलों का इलाज नीमच के निजी अस्पताल में चल रहा है और उनकी हालत भी चिंताजनक बनी हुई है।यह घटना एक बार फिर से इस बात को रेखांकित करती है कि संपत्ति जैसे मामलों में सुलह-सफ़ाई के अभाव में रिश्ते किस हद तक टूट सकते हैं और हालात कितने खतरनाक हो सकते हैं